पीएम मोदी ने माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व CEO बिल गेट्स से अपने आवास पर मुलाकात की है। इस मुलाकात में पीएम मोदी ने बिल गेट्स से भारत में हो रहे डिजिटल क्रांति पर कई बातें कही हैं। माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व CEO ने पिछले साल आयोजित हुए G20 समिट में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल की तारीफ की है और भारत में टेक्नोलॉजी के बढ़ावा से लेकर नई टेक्नोलॉजी AI को लेकर कुछ सवाल भी किए। आइए, जानते हैं पीएम मोदी ने माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व CEO बिल गेट्स से भारत में हो रहे डिजिटल क्रांति पर क्या बड़ी बातें कही हैं…
पीएम मोदी की ‘डिजिटल क्रांति’ पर बड़ी बातें
- टेक्नोलॉजी को आम आदमी तक पहुंचाने का काम भारत में किया जा रहा है ताकि कॉमन मैन यानी आम आदमी को टेक्नोलॉजी पर विश्वास हो सके। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में टेक्नोलॉजी पर किसी का एकाधिकार नहीं है। हमने इसे डेमोक्रेटिलाइज्ड कर दिया है ताकि सभी तक यह पहुंच सके और जो इसमें अपना सहयोग देना चाह रहे हैं, वो इसके साथ जुड़कर इसे आगे ले जा सकते हैं।
- हेल्थ, एग्रीकल्चर और एजुकेशन में हम टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं, ताकि दूर गावं में रहने वाले लोगों को भी डिजिटल एजुकेशन, अस्पताल जैसी सुविधाएं मिल सके।
- पीएम मोदी ने नमो ड्रोन दीदी योजना की बात करते हुए कहा कि हम गांव की महिलाओं को टेक्नोलॉजी से सशक्त करना चाहते हैं। उन्हें आधुनिक तकनीक से रू-ब-रू करा रहे हैं, जिन्हें साइकिल चलाना नहीं आता था, वो आज ड्रोन पायलट बन गई हैं।
- इसके अलावा पीएम मोदी ने कोरोना काल में वैक्सिनेशन के लिए इस्तेमाल किए गए डिजिटल CoWIN प्लेटफॉर्म की बात की, जिसकी वजह से वैक्सीन स्लॉट बुक करने से लेकर नजदीकी वैक्सीन सेंटर के बारे में लोगों को उनके मोबाइल पर ही जानकारी मिल रही थी।
- AI पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसका बहुत महत्व है। हमारे देश में मां को ‘आई’ भी कहते हैं। हमारे यहां जब बच्चा पैदा होता है तो वो ‘आई’ के साथ-साथ ‘AI’ भी बोलता है।
- G20 समिट के दौरान ड्राइवर अपने मोबाइल फोन पर ऐप डाउनलोड करके गाड़ी में बैठे हुए गेस्ट से किसी भी भाषा में बात कर सकते थे। G20 ऐप में AI ट्रांसलेटर दिया गया है, जो AI के माध्यम से लैंग्वेज को ट्रांसलेट कर देता था।
- पीएम मोदी ने बिल गेट्स को अपने काशी-तमिल संगमम के दौरान हिन्दी से तमिल में और तमिल से हिन्दी में होने वाले AI कन्वर्सेशन के बारे में भी बताया।
- पीएम मोदी ने बिल गेट्स को अपने नमो ऐप में दिए फोटो बूथ AI फीचर को भी दिखाया, जिसमें AI के जरिए 20 साल पुराने फोटो को रेकोग्नाइज करने की क्षमता है। पीएम मोदी ने कहा कि AI का इस्तेमाल एक मैजिक टूल के तौर पर करना चाहिए, ताकि आम लोगों की जिंदगी को आसान बनाया जा सके। इसका गलत इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। खास तौर पर इसका इस्तेमाल खुद को आलसी बनाने के लिए नहीं करना चाहिए।
- यही नहीं, पीएम मोदी ने AI के दुरुपयोग पर भी बात की है। Deepfake पर पीएम मोदी ने कहा कि इस पर रोक लगाना चाहिए। किसी भी AI जेनरेटेड कॉन्टेंट पर यह वाटरमार्किंग होनी चाहिए कि यह AI द्वारा जेनरेट किया गया है, ताकि लोगों को गुमराह नहीं किया जा सके।
- डिजिटल पेमेंट्स पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत में डिजिटाइजेशन की वजह से किसानों के बैंक अकाउंट में डायरेक्ट पैसा ट्रांसफर हो जाता है।