भारत ने सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम, एंटीगा में खेले गए टी-20 मैच में बांग्लादेश को 50 रनों से हरा दिया। भारतीय टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ सुपर आठ चरण के अपने दूसरे मैच में दमदार प्रदर्शन किया और लगातार दूसरी जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में लगभग प्रवेश सुनिश्चित कर लिया है। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20.0 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 196 रन बनाए थे। जवाब में 197 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने 20.0 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। हार्दिक पंड्या मैन ऑफ द मैच रहे।
दूसरी तरफ, बांग्लादेश ने लगातार दूसरा मैच गंवाया और उसके लिए आगे की राहें लगभग समाप्त हो गई है।
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत ने हार्दिक पंड्या (50*) की बदौलत 196/5 का स्कोर खड़ा किया था। विराट कोहली (37), ऋषभ पन्त (36) और शिवम दुबे (34) ने भी अहम योगदान दिए जिससे भारत ने बड़ा स्कोर खड़ा किया। हार्दिक को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेअयर ऑफ द मैच चुना गया। कुलदीप ने दमदार गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट झटके, जबकि जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह को दो-दो विकेट मिले। बांग्लादेश के लिए कप्तान नजमुल हुसैन शंटो ने सर्वाधिक 40 रन बनाए।
बांग्लादेश ने महेदी हसन और अनुभवी शाकिब अल हसन से गेंदबाज़ी की शुरुआत कराई, लेकिन कोहली और रोहित शर्मा ने इस निर्णय को गलत साबित कर दिया। भले ही रोहित 11 गेंदों में 23 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन भारत ने पावरप्ले में 53 रन बना दिए थे। कोहली ने अलग अंदाज़ में खेलते हुए तीन छक्के लगाए थे और खतरनाक दिख रहे थे, लेकिन तनज़ीम साकिब के एक ओवर ने भी बांग्लादेश को वापसी का मौक़ा दिया था।
तनज़ीम ने पहले धीमी गति की गुड लेंथ गेंद पर कोहली को छकाया और क्लीन बोल्ड किया और फिर उसी ओवर में सूर्यकुमार यादव को भी चलता किया। यहां से बांग्लादेश के पास वापसी का मौक़ा था, लेकिन ऋषभ पंत के काउंटर अटैक ने उन्हें ऐसा करने नहीं दिया। पंत ने मुस्तफ़िज़ुर रहमान को 11वें ओवर में दो चौके और एक छक्का लगाया। इसके अगले ओवर में उन्होंने रिशाद हुसैन को एक छक्का और एक चौका लगाया, लेकिन लगातार तीसरी बाउंड्री की तलाश में विकेट गंवा बैठे।
भारत ने 11.2 ओवर में अपने 100 रन पूरा किए थे, जो 2007 के बाद से पुरुषों के टी20 विश्व कप में उनका सबसे तेज़ 100 रन है। शिवम दुबे ने पहली 14 गेंदों में केवल 10 रन बनाए थे, लेकिन 16वें ओवर में शाकिब अल हसन को छक्का मारकर उन्होंने अपने हाथ खोले और फिर दो और छक्के लगाए। आउट होने से पहले उन्होंने भारत को मोमेंटम दे दिया था। हार्दिक एक छोर पर 15 गेंदों में 20 रन बनाकर खेल रहे थे, लेकिन अगली 12 गेंदों में उन्होंने 30 रन बनाते हुए भारत को दमदार फ़िनिश दिलाई। इसके साथ ही वह पहले भारतीय बल्लेबाज़ बने जिसने टी20 विश्व कप में छठे या उससे नीचे के नंबर पर खेलते हुए अर्धशतक लगाया है।
बड़े स्कोर का पीछा करते हुए जब भारत को बांग्लादेशी ओपनिंग साझेदारी तोड़ने की ज़रूरत थी तब हार्दिक ने पावरप्ले के पांचवें ओवर में लिटन दास को पवेलियन का रास्ता दिखाया। पहले 10 ओवरों में बांग्लादेश की टीम को भारतीय गेंदबाज़ों ने बांधकर रखा और रन-रेट 13 तक पहुंच गया था। कुलदीप यादव के स्पेल ने उनकी हर उम्मीद को खत्म कर दिया। कुलदीप ने लगातार तीन ओवरों में एक-एक विकेट निकाला और बांग्लादेश को उबरने का मौक़ा नहीं दिया।