आजकल अधिकतर लोग अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं। ऐसे में वे खुद को फिट और हेल्दी बनाने के लिए हैवी वर्कआउट का सहारा लेते हैं। वहीं कुछ लोग वजन घटाने के लिए अपनी मील तक छोड़ देते हैं, लेकिन खाना छोड़कर कभी भी हेल्दी वेट लॉस नहीं किया जा सकता है। इससे आपको कमजोरी और चक्कर आने जैसा महसूस हो सकता है। लेकिन इस लेख में हम आपको मानसून में मिलने वाले एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे खाकर आपको वजन घटाने में मदद मिल सकती है। यह फल है जामुन।
जामुन का सेवन करने से शरीर को विटामिन सी की प्राप्ति होती है। इससे शरीर में आयरन की एब्जॉर्बशन को बढ़ाया जा सकता है। इस लो कैलोरी फूड का सेवन करने से अतिरिक्त कैलोरीज़ से मुक्ति मिल जाती है और शरीर में हीमोग्लोबिन की भी उच्च मात्रा पाई जाती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंस ऑक्सीडेंटिव तनाव को कम करते हैं। सुबह नाश्ते में इसका सेवन करने से लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती है, जिससे ओवरइटिंग को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
जामुन एक लो कैलोरी फूड है और इसमें उच्च मात्रा में फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं। साथ ही फ्रुक्टोज़़ और ग्लूकोज़ कम मात्रा में पाया जाता है। इससे शरीर में अतिरिक्त कैलोरीज़ बढ़ने का खतरा कम हो जाता है और वेटलॉस में भी मदद मिलती है। इसके अलावा फाइबर की उच्च मात्रा बार बार भूख लगने की समस्या हल कर देती है। जामुन के नियमित सेवन से डाइजेशन और मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने में मदद मिलती है। इससे वेटलॉस में मदद मिलती है।
जामुन का सेवन करने से कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलने में मदद मिलती है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने की वजह से ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। डायबिटीज के मरीजों को गर्मियों के दिनों में जामुन का सेवन करना चाहिए।
इसके सेवन से शरीर को पोटेशियम की प्राप्ति होती है। इससे हाईपरटेंशन के खतरे से बचा जा सकता है। यूएसडीए के अनुसार 100 ग्राम जामुन से 79 मिलीग्राम पोटेशियम मिलता है, जिससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। साथ ही कार्डियक अरेस्ट और स्ट्रोक से बचा जा सकता है।
एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर जामुन का सेवन करने से दांतों का पीलापन कम हो जाता है और कैविटी से भी राहत मिलती है। इसके अलावा सांसों की दुर्गंध को भी दूर किया जा सकता है। जामुन के अलावा इसकी पत्तियां और सीड्स का पाउडर भी दांतों के लिए बेहद कारगर साबित होता है।
जामुन में विटामिन सी की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे ऑक्सीडेटिव तनाव कम होने लगता है, जिससे त्वचा पर फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम हो जाता है। इसमें मौजूद विटामिन सी की मात्रा त्वचा में कोलेजन को बूस्ट कर स्किन के लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करता है। इसके सेवन से त्वचा पर दाग धब्बों को कम किया जा सकता है।
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