अफ्रीकी देश कांगो में बीते एक समाप्त में एक हजार से अधिक मंकीपॉक्स के नए मामले सामने आए हैं। वहीं, अफ्रीकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने महाद्वीप पर इसके ‘‘बढ़ते’’ खतरे से लड़ने में मदद के लिए आवश्यक टीकों की मांग की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही अफ्रीका में प्रकोप को वैश्विक आपातकाल घोषित कर चुका है। मंकीपॉक्स वायरस उसी परिवार से संबंधित है जिनसे चेचक होता है, लेकिन यह बुखार, ठंड लगना और शरीर में दर्द जैसे हल्के लक्षण पैदा करता है। यह अधिकतर यौन संबंध सहित त्वचा से त्वचा के नजदीकी संपर्क से फैलता है। ज्यादा गंभीर मामलों वाले लोगों के चेहरे, हाथ, छाती और जननांगों पर फोड़े हो सकते हैं।
अफ्रीका के 54 देशों में से 12 देशों में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि कांगो में इस साल अब तक सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। अफ्रीका रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (अफ्रीका सीडीसी)ने बताया कि 2024 में कुल 18,910 मामलों में से 94 प्रतिशत या 17,794 मामले अकेले कांगो में सामने आए हैं। केंद्र के मुताबिक इस साल इस बीमारी से 541 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 535 मौतें अकेले कांगो में हुई हैं। आंकड़े संभवतः कम आंके गए हैं, क्योंकि कांगो में पांच में से केवल एक संदिग्ध मामले की ही ‘मंकीपॉक्स’ के लिए जांच की जा रही है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। जवानों…
(पेंड्रा संवाददाता – दीपक कश्यप) 2017 में घटित ग्राम दौंजरा में हत्या के प्रकरण दो…
पेंड्रा संवाददाता - दीपक कश्यप सरकार शीघ्र माँग पूरी करे ताकि कर्मचारी काम पर लौट…
कोरबा न्यूज़ 36गढ़:– नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी के सामूहिक प्रयासों को नजदीक से जानने और…
कोरबा न्यूज36 गढ़:– कोरबा जिले के NTPC साडा कॉलोनी में एक परिवार उस समय डर…
ग्रामीणों की शिकायत को तत्काल संज्ञान में लेकर किया निरीक्षण,, आरंग//रायपुर//सोमन साहू:- ग्रामीणों की शिकायतों…