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हरतालिका व्रत शुरू करने से पहले जरुर ले सरगी, जानिए दिन भर एनर्जेटिक रहने के लिए क्या खायें और कैसे करें पारण

तीज और करवा चौथ जैसे व्रतों में सरगी का खास महत्व होता है. सरगी में मिष्ठान, मेवे और सुहाग का सामान होता है. इसे महिलाएं प्रसाद के रूप में ग्रहण करती हैं और इसके बाद अपना व्रत शुरू करती हैं. सरगी वैसे तो ससुराल में सास अपनी बहु को व्रत शुरू करने से पहले देती है l लेकिन यदि कोई अपने ससुराल से दूर है या सास नहीं है तो खुद ही अपने लिए सरगी तैयार कर सकते है l

हरतालिका तीज की सरगी और पारण में में क्या खाएं –

करवा चौथ के दिन सुबह 4 से 5 बजे के बीच ब्रह्म मुहूर्त में सरगी खा लेनी चाहिए। सरगी में भूलकर भी तेल और मसाले वाली चीजों को ग्रहण न करें। सरगी में सूखी मेवाएं, फल, मिठाई और दूध दिया जाता है। इन चीजों को खाने से आपको व्रत रखने के लिए दिन भर की पर्याप्‍त एनर्जी भी मिलती है और पेट भी ठीक रहता है।

सरगी की थाली में फलों का विशेष महत्‍व होता है। माना जाता है कि फलों की मिठास के जरिए सास अपनी बहू को उसके जीवन में मिठास बने रहने का आशीर्वाद देती है। फलों में पानी की भरपूर मात्रा होने की वजह से ये आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होने देते। मिठाइयों के बिना हमारे सभी त्‍योहार अधूरे माने जाते हैं। इसलिए सरगी की थाली में मिठाइयां रखना बेहद शुभ माना जाता है। वहीं सरगी की थाली में मेवे शरीर में कमजोरी नहीं आने देते हैं।

आप इनके अलावा अपनी सरगी में नारियल पानी और खीरा जरुर शामिल करें खीरे में प्रचुर मात्र में पानी होता है यह दिन भर आपके शारीर में पानी की कमी नहीं होने देगा l नारियल पानी में भी इलेक्ट्रोलाइट्स होते है दिन भर बिना खाये पिए रहने पर शरीर में नमक व इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होने से बचने के लिए नारियल पानी सबसे बढ़िया आप्शन है l

सरगी में तेल से बने पदार्थ की जगह घी और मेवे से भरपूर दलिया का हलवा, सूजी का हलवा, साबूदाने की खीर भी शामिल कर सकते है इससे दिन भर पेट भरा लगेगा और भूक कम सताएगी l घी खाने से कमजोरी भी नहीं लगेगी l  सरगी में नमकयुक्त भोजन करने से परहेज करना चाहिए

सरगी से पहले स्नानादि करें और भगवान के समक्ष हाथ जोड़कर व्रत का संकल्प लें. वहीं किसी भी व्रत के अगले दिन पारण करने का विधान है. हरतालिका तीज के अगले दिन सुबह उठकर स्नानदि कर पूजा-पाठ करें और ब्राह्मण को दान-दक्षिणा देने के बाद ही पारण करें. पारण करने के लिए सबसे पहले भगवान को चढ़ाया गया भोग खाना अच्छा माना जाता है. इसलिए पूजा में चढ़ाए गए भोग से ही अपना व्रत खोलें. इसके साथ पारण में दही में बनी सब्जी भी जरुर खाई जाती है l दही वाले आलू या बेसन की कढ़ी भी पारण में शामिल कर सकते है l पारण में कभी भी एक साथ ज्यादा तेल वाले पदार्थ ना खाये ना ही पेट भर खाएं वरना गैस और बदहजमी की शिकायत हो सकती है l खाना शुरू करने से पहले एक गिलास पानी पिए और धीरे धीरे खाएं l

 

News36garh Reporter

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