चर्चा में

“रतनपुर नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव: निर्दलीय कन्हैय्या यादव की दहाड़ से बीजेपी-कांग्रेस की राह मुश्किल, त्रिकोणीय मुकाबले से बढ़ा सियासी पारा!”

रतनपुर संवाददाता – विमल सोनी

कन्हैय्या यादव : जनता की आवाज़, रतनपुर की नई उम्मीद
बीजेपी-कांग्रेस के उम्मीदवारों पर सवाल!
क्या निर्दलीय प्रत्याशी बनेगा गेमचेंजर?
कन्हैय्या यादव : बुजुर्गों की सेवा और महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई का मजबूत चेहरा!

रतनपुर , 2025: नगर पालिका चुनाव में इस बार सियासी समीकरण दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गए हैं। बीजेपी और कांग्रेस के बीच होने वाली पारंपरिक जंग में अब निर्दलीय उम्मीदवार कन्हैय्या यादव की एंट्री ने मुकाबले को और अधिक रोचक बना दिया है। समाजसेवी और कुशल राजनेता के रूप में अपनी मजबूत पहचान बनाने वाले कन्हैय्या यादव ने समर्थकों के भारी जनसमर्थन के साथ नामांकन दाखिल कर दोनों प्रमुख दलों के लिए चुनौती पेश कर दी है।

कन्हैय्या : जनता की आवाज़,रतनपुर की नई उम्मीद
कन्हैय्या यादव सिर्फ एक उम्मीदवार नहीं, बल्कि जनता की आवाज बनकर मैदान में उतरे हैं। उन्होंने वर्षों से नगर की बुनियादी समस्याओं – पेयजल संकट, आवासीय पट्टे, स्वच्छता और नागरिक सुविधाओं को लेकर संघर्ष किया है। साफ छवि और समाजसेवा में उनकी सक्रियता ने उन्हें जनता के बीच एक भरोसेमंद चेहरा बना दिया है।

बीजेपी-कांग्रेस के उम्मीदवारों पर सवाल!
नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी से लव कुश कश्यप और कांग्रेस से शीतल जायसवाल ने अध्यक्ष पद के लिए ताल ठोकी है। लेकिन नगरवासियों के बीच यह सवाल उठ रहा है कि वर्षों से सत्ता में रही इन पार्टियों ने अब तक रतनपुर के विकास के लिए क्या किया? क्या जनता इस बार किसी राजनीतिक दल की बजाय एक जनता के नेता को चुनने का मन बना रही है?

क्या निर्दलीय प्रत्याशी बनेगा गेमचेंजर?
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो कन्हैय्या यादव की बढ़ती लोकप्रियता और उनकी ज़मीन से जुड़ी छवि ने रतनपुर में चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल दिए हैं। पारंपरिक मुकाबले को त्रिकोणीय बना चुके कन्हैय्या यादव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं।

कन्हैय्या बुजुर्गों की सेवा और महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई का मजबूत चेहरा!
नगर पालिका रतनपुर में निर्दलीय कन्हैय्या यादव अपनी समाजसेवा और जनसरोकार के मुद्दों के लिए पहचाने जाते हैं। बुजुर्गों की सेवा हो या महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई, वे हमेशा अग्रिम मोर्चे पर रहे हैं। गरीब परिवारों को आवासीय पट्टा दिलाने, विधवा महिलाओं को पेंशन दिलाने और जरूरतमंदों की मदद करने में उनकी अहम भूमिका रही है। उनकी बढ़ती लोकप्रियता से राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। जनता के बीच उनका जनसेवी चेहरा चुनावी मुकाबले को रोचक बना रहा है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता दल के उम्मीदवारों को चुनती है या अपने लिए एक सेवक को। क्या रतनपुर में इस बार राजनीति की नई इबारत लिखी जाएगी, या फिर सत्ता की बागडोर किसी पुराने हाथ में ही जाएगी? चुनावी नतीजे यह तय करेंगे कि जनता किसके साथ खड़ी है!

FacebookFacebookXXRedditRedditLinkedinLinkedinPinterestPinterestMastodonMastodonMixMixWhatsappWhatsapp
News36garh Reporter

Recent Posts

जिले में मनी सद्भावपूर्वक होली, चाक चौबंद व्यवस्था, होली का त्यौहार निर्विवाद संपन्न

पेंड्रा संवाददाता – दीपक कश्यप पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने ड्यूटीरत जवानों का किया…

11 hours ago

14 मार्च 2025, शुक्रवार – कन्या राशी के जातक भावुकता में ना लें कोई निर्णय, पढ़िए अपना दैनिक राशिफल और पंचांग

आज का पंचांग  तिथि पूर्णिमा 12:26 तक नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी 32:49 तक प्रथम करण बावा…

1 day ago

होलिका दहन: प्रेम, सौहार्द और रंगों का उत्सव

जांजगीर चांपा संवाददाता - राजेन्द्र जायसवाल होलिका दहन भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण…

1 day ago

आरंग क्षेत्रांतर्गत प्राप्त नरकंकाल के मामले का खुलासा, 4 आरोपी गिरफ्तार

आरंग संवाददाता – सोमन साहू थाना आरंग क्षेत्रांतर्गत प्राप्त नरकंकाल के मामले का खुलासा 03…

1 day ago

सूत्रों के अनुसार रेखचंद जैन परिसीमन के बाद बनने वाले नगरनार विधानसभा क्षेत्र से लड़ेंगे चुनाव

सुकमा संवाददाता – पोडियामी दीपक अज्ञात स्थान पर पूर्व विधायक रेखचंद्र जैन एवं वर्तमान विधायक…

1 day ago

आप सभी को होली पर्व की शुभकामनाये एंवम बधाई – सुनील अग्रवाल पार्षद

रतनपुर संवाददाता – विमल सोनी सुनील अग्रवाल पार्षद ने कहा कि होली केवल रंगों का…

1 day ago