रंगों ने हमेशा हमारे जीवन में एक विशेष स्थान रखा है, भावनाओं को जगाया है, रचनात्मकता को प्रेरित किया है और हमारे परिवेश को बढ़ाया है। जबकि बाजार में सिंथेटिक रंगों का बोलबाला है, फूलों से प्राप्त प्राकृतिक रंग एक आकर्षक विकल्प प्रदान करते हैं।
फूलों से रंगद्रव्य निकालने से हमें प्रकृति के जीवंत रंगों का लाभ उठाने और पर्यावरण-अनुकूल, गैर विषैले रंग बनाने की अनुमति मिलती है। इस लेख में, हम रंग और रंग बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले फूलों की आकर्षक प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिससे आपको प्रकृति की सुंदरता को अपनाने और रंग रंग बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले फूल को जानने के लिए दुनिया का पता लगाने का अवसर मिलेगा।
अपराजिता के फूल की मदद से आप नीला रंग बना सकती हैं। इस फूल को धोकर अच्छे तरीके से सूखा लें। इसके बाद इसे मिक्सर में डालकर बारीक पीस लें। अब इस पाउडर में आप मैदा डालकर अच्छे से मिक्स करें। इस तरीके से आप अपराजिता के फूल से नीले रंग का गुलाल बना सकती हैं। लिक्विड कलर बनाने के लिए इन फूलों को पानी में डालकर उबाल लें। इसके बाद इस पानी को ठंडा करके रंग की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं।
गुड़हल के फूल की मदद से आप घर पर नेचुरल कलर बना सकती हैं। इसके लिए आपको गुड़हल के लाल फूलों को लेना है। इसके लिए फूलों को कुछ दिनों के लिए धूप में सुखाएं। फूल जब सूख जाए तब इन्हें मिक्सी में पीसकर एक बर्तन में निकाल लें। अब आप इसमें थोड़ा सा मैदा मिलाकर इसे तैयार करें। गुड़हल की मदद से आप कई कलर के रंग बना सकती हैं। अलग-अलग कलर बनाने के लिए आप अलग-अलग रंग के गुड़हल का इस्तेमाल करें।
गुलाब का फूल बगीचे में आसानी से मिल जाते हैं। गुलाब की मदद से रंग बनाने के लिए फूलों को धोकर सुखा लें। फूलों के सूख जाने के बाद इन्हें मिक्सी में डालकर पाउडर बना लें। इसकी मदद से आप घर पर आसानी से हर्बल गुलाल बना सकती हैं। इसके लिए आपको पीसे हुए पाउडर में एक चौथाई मैदा मिलाना है।
टेसू के फूल की मदद से आप लिक्विड और ड्राई दोनों रंग बना सकती हैं। टेसू के फूलों को धोकर धूप में अच्छी तरह से सूखा लें। इसके बाद उन्हें पीसकर पाउडर बना लें। जितना पाउडर है आप उसमें उतना ही मैदा मिलाएं। इस तरह से आप टेसू के फूल से ड्राई रंग बना पाएंगे। अगर आप लिक्विड कलर बनाना चाहती हैं तो टेसू के फूल को होली के एक दिन पहले पानी में भिगोकर रख दें। होली वाले दिन आप इस पानी का इस्तेमाल रंग के रूप में कर सकती हैं।
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