जन्माष्टमी विशेष ; योगिराज श्रीकृष्ण को समर्पित ; मुझको मिले यशोदा नन्दन ; आयुष सिंह चंदेल

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जन्माष्टमी विशेष ; योगिराज श्रीकृष्ण को समर्पित  मुझको मिले यशोदा नन्दन          रास रचाते देखा कोई और कोई नवनीत चुराते । मुझको दिखे यशोदा- नन्दन संघर्षों की रीत सुनाते ।। कारागृह में हुआ अवतरण माँ का आँचल छूट गया । खेल न […]

अस्मिता मेरी रचना

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