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आदिवासी विकास विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिए विभिन्न निर्देश

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कोंडागांव – ज्योति कुमार कमलासन

बच्चों की अच्छी पढ़ाई के लिए आश्रम व छात्रावासों में साफ स्वच्छ शैक्षणिक माहौल बनाने से बच्चों का परीक्षा परिणाम होगा बेहतर -श्रीमती नूपुर राशि

कलेक्टर श्रीमती नुपूर राशि पन्ना ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आदिवासी विकास विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की। कलेक्टर ने आदिवासी विकास विभाग
के योजनाओं के क्रियान्वयन एवं निर्माण कार्यों के प्रगति की समीक्षा करते हुए आश्रम और छात्रावासों की स्थिति एवं छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम की जानकारी ली। कलेक्टर ने आश्रम व छात्रावासों में बच्चों को बेहतर शैक्षणिक माहौल उपलब्ध करवाने की सलाह दी। जिससे बच्चे अच्छे से पढ़ाई कर सकें। साथ ही उन्होंने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए समय-समय पर काउंसिलिंग की बात भी कही। कलेक्टर ने सभी भवनों में स्वच्छता बनाएं रखने के निर्देश दिए। साथ ही विभिन्न भवनों के निर्माण कार्यों में इंजीनियरों को गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण करवाने और नवनिर्मित भवनों के छत से पानी टपकने या दरार आने जैसी शिकायत नहीं मिलने की बात कहते हुए निर्देशित किया।

आदिम जाति विभाग बैठक

आंगनबाड़ी केंद्रों के उचित रखरखाव और बालिकाओं की शिक्षा के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग को दिए आवश्यक निर्देश

‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान से बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण हेतु लोगो को जागरूक करने की जरूरत – श्रीमती नूपुर राशि

महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों की स्वच्छता और समुचित रखरखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही गर्भवती महिलाओं का समय पर एएनसी पंजीयन एवं नियमित जांच कराने पर जोर देते हुए कहा कि मातृ एवं शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए समयबद्ध जांच बहुत आवश्यक है। वहीं कलेक्टर ने सुकन्या समृद्धि योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बालिकाओं के अभिभावकों को योजना की जानकारी देकर खाता खोलने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के अंतर्गत बालिकाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण हेतु जनजागरूकता बढ़ाने को कहा। साथ ही विद्यालय छोड़ चुकी बालिकाओं की काउंसलिंग कर उन्हें पुनः शिक्षा से जोड़ने के प्रयास करवाने पर जोर देने की बात कही, विशेषकर 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ने वाली बालिकाओं को महाविद्यालयों में उच्च शिक्षा हेतु प्रेरित करने हेतु जागरूकता लाने विभिन्न स्थानों में ग्राम चौपाल आयोजित करने के निर्देश भी दिए। निर्माण कार्यों में शौचालय और पेयजल सुविधाओं के कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

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