पाली संवाददाता – दीपक शर्मा
पाली। नगर से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थिति छिंदपारा रोड की दुर्दशा वाकई चिंताजनक है, खासकर जब स्कूली बच्चों की सुरक्षा की बात आती है। यह सड़क न केवल स्थानीय निवासियों के लिए बल्कि स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए भी महत्वपूर्ण है, जिनकी संख्या 600 से अधिक है। एसईसीएल प्रबंधन को कई बार इस मुद्दे पर सूचित किया गया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। वैसे तो क्षेत्र में विकास कार्य लगातार जारी रहते है सड़कों का घना जाल बिछ चुका है नदी नालों सहित पहाड़ों तक भी आसानी से पहुंचा जा सकता है, कई जगह तो ऐसे है जहां सड़क के ऊपर सड़क बना कर विकास की गाथा लिखी जा रही है।

नगर से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थिति छिंदपारा रोड पर अब तक किसी की नजर नहीं पड़ी, जबकि हर दृष्टि से यह सड़क मार्ग महत्वपूर्ण है, ज्ञात हो कि यह मार्ग बिजली ऑफिस पाली से शुरू होकर अप्रैक्स स्कूल व शासकीय प्राथमिक शाला और छिंदपारा की पूरी बस्ती होते हुए ट्रांसपोर्ट नगर पाली निकलती है। बरसात के दिनों में तो इस मार्ग पर बड़े बड़े गड्ढे हो जाते है और प्रतिदिन स्कूली वाहन उस गड्ढे में फंस जाते है, यह सड़क एस.ई.सी.एल. प्रभावित क्षेत्र में आता है और एसईसीएल प्रबंधन को इनकी जानकारी कई बार जनप्रतिनिधियों के माध्यम से पत्राचार कर दिया गया है किन्तु प्रबंधन को क्षेत्र की जनता और उनकी समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। जिले के सबसे बड़े आयोजन पाली महोत्सव में इसी सड़क मार्ग में वी.आई.पी पार्किंग बनाया जाता है इसी मार्ग से अधिकारी कर्मचारी महोत्सव स्थल तक पहुंचते है किन्तु 2 दिन के महोत्सव के बाद यह सड़क फिर से अपने बदहाली पर आंसु बहाता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।


“क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा मुझे इस संबंध में अवगत नहीं कराया गया है पूर्व के सरपंच द्वारा मुझे कंपनसेशन या विकास कार्य की जानकारी दी जाती थी, मुझे जितनी भी जानकारी अब तक दी गयी है,उन विकास के कार्यों को संज्ञान में लेकर उसे स्वीकृति दे दी है. एस.ई.सी.एल. प्रभावित क्षेत्र है पूरा-पूरा विकास कार्य किया जाना है,जन सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।”
तुलेश्वर हीरा सिंह मरकाम
विधायक पाली तानाखार क्षेत्र










