Home चर्चा में छात्राओं ने बारिश में नेशनल हाईवे जाम किया, पुराने शिक्षकों की वापसी...

छात्राओं ने बारिश में नेशनल हाईवे जाम किया, पुराने शिक्षकों की वापसी की मांग।

3
0

दंतेवाडा संवाददाता – रिकेश्वर राणा

दंतेवाड़ा- छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में स्थित “छू लो आसमां” विद्यालय की छात्राओं ने बुधवार को मूसलधार बारिश के बीच प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। छात्राओं ने अपने पुराने शिक्षक की वापसी की मांग को लेकर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया और प्रशासन से तत्काल आश्वासन देने की अपील की।

करीब ढाई घंटे तक हाईवे पर जमीं रही छात्राओं ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों और पुलिस की समझाइश के बावजूद अपना प्रदर्शन जारी रखा। छात्राओं ने कलेक्टर से यह सुनिश्चित करने की मांग की कि उनके पुराने शिक्षक को वापस पदस्थ किया जाएगा। उनका कहना था कि यदि एक अगस्त तक यह आश्वासन नहीं दिया गया, तो वे फिर से आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगी।

नारेबाजी के बीच बारिश में डटी छात्राएं
मूसलधार बारिश के बावजूद छात्राएं हाईवे पर डटी रही और लगातार प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करती रही। उन्होंने डीएमसी हरीश गौतम से यह भी कहा कि वे कैमरे पर यह बयान दें कि एक अगस्त तक सभी टीचर्स को “छू लो आसमां” में पदस्थ किया जाएगा।

क्या था विरोध का कारण?
छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग के अधिकारी उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं, और अब उनके लिए केवल कलेक्टर का आश्वासन ही महत्वपूर्ण है। प्रशासन से मिलने का प्रयास करने के बावजूद छात्राएं अपनी मांगों पर अडिग रही।

पुलिस और अधिकारियों ने की कड़ी मशक्कत
प्रशासनिक अधिकारियों के लिए यह विरोध काफी चुनौतीपूर्ण रहा। अधिकारियों और पुलिस की समझाइश के बाद भी छात्राएं सड़क से हटने के लिए तैयार नहीं थीं। अंततः, कड़ी मशक्कत के बाद, अधिकारियों ने उन्हें हाईवे से हटाने में सफलता प्राप्त की।

विरोध के पीछे शिक्षक की भूमिका की जांच जारी
इस प्रदर्शन को लेकर एक सवाल उठता है कि क्या यह किसी शिक्षक की प्रेरणा से हुआ था? इस मुद्दे पर अधिकारियों ने कहा कि यह जांच का विषय है। यदि किसी शिक्षक का इसमें हाथ पाया जाता है, तो उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।

छू लो आसमां में करीब 350 छात्राएं पढ़ाई कर रही हैं, और यह विरोध उन सभी की ओर से था, जो अपनी पुरानी शिक्षिका की वापसी की मांग कर रहे थे।

विरोध के बाद प्रशासन ने दिया आश्वासन
प्रशासन ने छात्राओं से आश्वासन दिया कि उनकी मांग पर विचार किया जाएगा और इस मामले का समाधान जल्द किया जाएगा। हालांकि, प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी शिक्षक द्वारा इस प्रदर्शन को प्रोत्साहित किया गया है, तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here