आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी की पुण्यतिथि है। 8 जुलाई का दिन देश के एक ऐसे राजनेता को याद करने का अवसर देता है, जिन्होंने सादगी, विचारधारा और जनसंघर्ष के प्रतीक बनकर भारतीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई।
चंद्रशेखर जी का जन्म 1 जुलाई 1927 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुआ था। छात्र जीवन से ही वे राजनीति में सक्रिय रहे और समाजवादी विचारधारा के प्रबल समर्थक बनकर उभरे। वे जेपी आंदोलन से लेकर कांग्रेस विरोधी राजनीति के केंद्र में रहे और ‘यंग तुर्क’ के रूप में अपनी पहचान बनाई।
वह एक ऐसे नेता थे जो सत्ता से अधिक सिद्धांतों को महत्व देते थे। उन्होंने 1990-91 में देश के आठवें प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया, हालांकि उनका कार्यकाल केवल 7 महीने रहा, लेकिन इस दौरान उन्होंने देश की आर्थिक हालात को सुधारने की दिशा में साहसिक कदम उठाए।
चंद्रशेखर जी का “भारत यात्रा” अभियान आज भी याद किया जाता है, जिसमें उन्होंने पैदल चलकर देश की समस्याओं को नजदीक से समझने का प्रयास किया। वे सच्चे अर्थों में जननेता थे, जिनके लिए राजनीति जनसेवा का माध्यम थी।
आज उनकी पुण्यतिथि पर देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है और उनके विचारों से प्रेरणा लेने की आवश्यकता को महसूस करता है। सादा जीवन, ऊँचे विचार और देश के लिए समर्पण—यही थी चंद्रशेखर जी की असली पहचान।









